एकठो राजुवक् साटठो छावन रहिस । उ साटु भैया रोज ब्रिजा बनुवम् सिकार खेले जाँइट् । एक रोज सिकार खेले गैलमें ओइनके एकथो सल्हा हुइलिन कि आज हम्रे एकठो खेल खेली । सब भैया मन्जुर हुइलै ओ खेल सरु कर्लै । सबजे अपन टिर मारि जेकर तिर जहाँ जाइ उहे घरसे जिन्नी नानब् कहिके हुइलिन् ।
सब जे ओहे अन्सार तिर फेंकैलै ओ कहल हस ओइने जन्नी नन्नै । मने छोटकक् टिर जुन जोग्यक् कुटिक अंगनम जाके गच्कलिस । इ बाट से छोट्का बरे सोंच मे परल । इ जोग्या महि का डि ना जन्नि ना लर्का रहल मनै । टिर जुन यहाँ आके गिरल बा । सक्कु डाडुन जन्नि नानल हुहि मै जुन बिन जन्निक कसिक जैम । अस्टक सोच्टि जोग्यक कुटिक अँगनम पुग्गैल उहाँ पुगल टे जोग्या पुछल बच्चे इ टिर काहे मोर कुटिम फेंकैलो । उ अपन डाडा भैयनके खेल बटाइट् हम्रे असिन वचन डारके इ टिर फेकल बटि । साटु भाई टिर मारि कि जाहाँ जेकर टिर जाइ उहै से जन्नि नन्ना कहिके वचन हुइल बा । मने मोर टिर इहाँ आके गिरल बा । जोग्या कहट् ओसिन बाट बा कलेसे चिन्टा ना कर बच्चे कटि कुटिक भिट्रर से छोटमोट पोक्रि लानके डेहट ओ कहट ले इ पोक्रि घरे लैजाके किल खोलिस । उ पोक्रि लेके घरे ओर नामट् ओ सोचट इ जोग्या महि का चिजिक पोक्रि डेलेबा । जिउ लागल रठिस जैटि जैटि डग्गरेमे बिसैनास ओ प्यास लग्ठिस उठहिं कुवा फेन रहट रुखुवा टिर बैठके खोप सोचट का हुइ इ पोक्रिम जिउ नै मानके पोक्रि खोलके हेरि डारट् ।
जब उ पोक्रि खोलट टे ओकर भित्तरसे बरे सुग्घुर बठिन्या निकरठिस अत्रा सुग्घुर कि उहीँ डेख्के उ मुर्छा परजाइट् । जब उ मुर्छा परट उहे बेला कानिचमनिया उहे कुवा में पानी भरे आइट टे एक ओर रजुवक छावा हे वेहोस डेखट टे एक ओर बरे सुग्घुर रानी हे बैठल डेखट् । रजुवक छावा हे डेख्के कानी चमनियाहे लोभ लाग्जैठिस उहिसे भोज कर्नास लग्ठिस । कानि चमनिया रानिक ठाउँ अगोर्ना चाहट ओ रजुवक छावाहे मुर्छा परलक् मौका उठाके रानीसे छल करट रानिक प्रसंन्सा करट बरे सुग्घुर बटो चोलो जाइ पानी भरे कहिके कुवम बौनि हेरावर खेले लगाइट ।
डुनुजे बौनि हेरावर खेल्ठै कानि चमनिया के बौनि हेरावर खेल्ना बहाना किल रठिस । अप्ने सुग्घुर नै रहट नाउ से ओकर रुप के बयान करे सेकजाइट करिया ओ एकठो आँखि नै रहल । उ रानिक उप्पर जलन करट रानिहे मुवाके ओकर ठाउँ ओप्ने लेना योजना बनैले रहट । कानि चमनिया रानी से कहट मै नै सुघ्घुर डेखाइठुँ आप अपन लुगरा महि घालक डेउ कसिन डेखैठु कहिके मागट ओ फेन से बौनि हेर्ना खेल खेल खेलाइट । कानि चमनिया रानिहे कुवम गिरैना जुक्टि लगैले रहट ओ बैनि हेरि कहिके रानिक चुट्टर पकरके कुवम गिराडेहठ ओ अप्ने रजुवक छावक् पंजरे जाके पानी लेके बैठल रहट ।
जब राजुवक छावक होस अइठिस टे कानि चमनियाहे डेख्के चक्वा जाइट ओ कहट अरे टु असिन कसिक होगैलो टम्न्हे टे बरे सुग्घर डेख्नु अब्बा टे करिया ओ एकठो आँखि नै हो ।
कानि चमनिया कहट ओहो राजा साहेब टुँहार डेसमें अटरा घाम बा टबे मै करिया होगैनु ओ टुँहार डेशमे बहुट कौवा बटै टुँहार अस्रा हेरट हेरट निडागैनु कौवा आके गझाक से खोँटक् के मोर आँखि लैगिल । रजुवक छावाहे डुनु बाट सहि लग्लिस ओ ठिके बा ज्या हुइना होगिल कहिके कानि चमनिया हे जन्नि बनाके लैनानल ।
टब उहीहे लेके घरे ओर सोझरल । जब सारा डाडु भैया जन्निलेके राज दरवार पुग्लै टे राजा बरे खुशि हुइलस कि मोर सक्कु छावन जन्नि लामडर्लै । टब राजा सक्कु भैयनके भाग बन्डा कैडेहल ओ सब जे अपन अपन राज्य चलाई लग्लै ।
एक रोज फेनसे सक्कु डाडु भैया सिकार खेले गैलाँ । घुमट घुमट उहे ठाउँ पुग्गैलै जहाँ रजुवक छोट्कि छावा जन्नि डेख्के मुर्छा परल रहे ओ कानि चमनिया रानीहे कुवम ढकेल्ले रहे उहे ठाउँ सबजे पुग्लै । रानी अपन ठरुवक अइलक पटा पैठिन टे कुवक भिट्रर बरे सुग्घुर फुला बनजैठिन् । साटु भैयन प्यास लागल रठिन रजुवक बर्का छावा अपन भैयन बैठाके अप्ने जाइट पानी लेहे । पानी लेहे जाइट टे कुवक भिट्रर बरे सुग्घर फुला डेखट् उ पानी भर्ना बाल्टिले फुला बझाके निकर्ना कोसिस करे लागट् पर नै सेकट् मिच्छाके घामे गरौवर अपन भैयन ठन चलजाइट् ओ मझलाहे पठाइट । मझला जाइट ओहो ओस्टक करट ओ मिच्छाके आजाइट् बिना पानिक । अस्टके सुक्कु भैया पाला पुगा डर्ठै मने ना उ फुला हे बझाइ सेक्लै ना पानी कोइ लानट् अन्ट मे छोट्का हे पठैलै । छोट्का गैल ओ कुवा मे बाल्टी डारल उ फुला डुरेसे उलर्के बाल्टिम आगैल काहेकि उ फुला उहे छोटकक् जन्नि रहे । उ फुला निकारके कानेम घालल् ओ पानी लेके आइल । उ फुला बरे सुग्घुर रहे मगमग बास डेना लोभलग्टिक उहे फुला घल्ले उ घरे आइट टे कानि चमनिया जान डारट आगैल फेन कहिके इ डेक्के कानि चमनिया खटलपाट लैलेहल । राजा इ डेख्के रानी कानी चमनिया हे पुछट रानी साप टुँहार का होगैल खटलपाट लैहिलेलो । रानी कानी चमनिया कहट राजा साहेप जोन फुला टुँ कानेम घल्ले बटो उ फुलाहे चिंटके फेंकैबो टब अन्न खैम पानी पिअम नै टे इ हे लग्ले मर जैम । राजा कहट ठिकेबा इ फुला का हो फोका डेम कहिके चिटके घुरौरमे फेंका डेहट् ।
उ फुला घुरौरम् परट टे बरे सुग्घुर लौका जामट् ओ पूरा घर छोप लेहट ओ डुवारिक सोझ एक्कठो लोका फरट । लौका बरे सुग्घुर रहे जब जब कानि चमनिया घरेम से निक्रे लागे ओ पैठे लागे टे ओकर कप्परिम प्वाक से लागिस । मने ओरे जहन कुछ नै लरिन काहेकि उ रानी रहे लौका के भेस लेके जलमल रहे । कानि चमनिया फेन खटलपाट लैलेहल राजुवा फेम पुछल रानी साप टुहार काहोगैल रानी कानिचमनिया कहट उ डुवारिम झुलल् लौका मोर जम्मा लिल्हार बठैना करा राखल जबे हो टबे कपारिम लरट उ लौका हे टिना खाइ कबो टब अन्न खैम पानी पिअम नै टे इहे लग्ले मरजैम ।
राजा कहट ओ हो लौका टे हो टुरो ओ रिझाउ टिना । रानी कानि चमनिया लौका टुरके छिले लागट टे लौका बोलट आज कानुवा रजुवा ओ कानि चमनिया महि खा डरहिं जैचो छिले लागट टैचो ओस्टक कहे लौका ।
लौक ओसिक कहे लागट टे कानिचमनिया लौका ढारके डौरट रजुवक् ठन जाइट ओ कहट राजा साहेब राजा साहेब लौका टे कनुवा राजुवा हे खाउ कि कानि रानी हे खाउँ कहटा । राजुवा कहट फेकडे टे ओसिन लौका के खाइ । रानी कानि चमनिया उ लौका हे डिहुवामे फेका डेहट् । लौका डिहुवामे जाके बरे सुग्घुर बेलक रुकुवा जामट उहेल । उहे रुखुवा टिर रजुवा चौटार बनाके कच्हेरि बैठ्ना बनालेहल । रोज रजुवा उहे बेलेटिर कचहेरि करे ओ रानी कानि चमनिया राजाहे खाना खाइ बलाइ जाए टे कप्पारिम प्वाक से बेल गिरे टे चिल्लैटि भागे अस्टके जबे जबे जाए टबे टबे कप्पारिम बेल गिरिस । कानि चमनिया फेन से खटलपाट लैलेहल राजुवा फेन पुछल रानी साब फेन का होगैल खटलपाट लैलेलो ? रानी कानि चमनिया कहल उ बेल कटैबो टब अन्न खेम पानी पिअम नै टे इहे लग्ले मरजैम । राजा कहट ठिके बा कटुवा डेम रुखुवा टे हो राजा उ बेलक रुखुवा कटा डेहट । बेल मिठ ओ खोब से फरल रहट ओ पाकल रहट् । सारा गाउँक लर्का बेल बिटोर लैजिठाँ ।
उ गाउँमे एकठो बुह्रिया रहे ओकर साहारा एक्कठो नटिया किल रहिस । उ लौन्डा खेले गैल रहठ खेल के आइट टे बुडि कठिस काहाँ गैल रहिस इहाँ राजा साहेब बेलक रुखुवा कटैलै गाउँक लर्का खोपसे खैलै ओ बिटोर्लै । लौन्डा डौरट बेल खोजे जाइट ओ जम्मा एक्केठो भेटाइट जोन बेलेम रानी राहिट । लौन्डा बेल लेके घरे आइट ओ फोरे भिरट टे बेल बोलट ढिरेसे मार भैया कपार फोरबे लौन्डा चक्वाके एहोर ओहोर टकमक टकमक हेरे फेन मारे भिरे फेन ओस्टक कहिस । पाछे डौरट अपन बुडिक ठन जाके जनैलस बुडि बुडि बेल बोल्टा कपार फोरबे ढिरेसे मार कहटा । वुडि फेन संगे गैलिस ओ सुनलिस बेल फेन ओस्टक कहल टब बुडि कलिस ढिरेसे मारके फर्चा । टब उ लौन्डा ओस्टक करल । जब बेल फोरल टे ओकर भिट्रर से बरे सुग्घुर उहे रानी निक्रलिन । उहीँ डेक्के उ बुह्रिया नट्नि पटोहिया बनैना सोचलेहल । उहिहे घरेम से निक्रे नै डेहे लागल ।
एक रोज उ बुह्रिया हपन नट्नि पटोहिया हे सुक्खुन हेरिस कहिके राजाके घर काम करे गैल रहे । ओहो रजुवक घोरुवा बरे सुक्खुन खैनाहा रहिस । उ रोज्वा घोरुवा घुमट घुमट उहे बुह्रियक अँगनामे मेलल सुक्खुन भेटागैल । रानी घोरुवा हे भागइट भगाइट मिच्छागैलिन टब एक ठप्पर मारके भगैलिन । घोरुवा डरवार गैल टे रजुवा डेख्लस टप्पर मर्लक छाप टब अपन सेना हे कलस जाउ रे कौन घरक् अँगनम सक्खुन मेलल बा इ घोरुवा सुक्खुन खाइ जाइट मरुवा पैलक छाप बटिस । टब सेना सारा ओर छिट्कलै ओ उहे बुह्रियक अँगनम सुक्खुन फेला परलै अन्ते कहुनै हो कलै । टब रजुवा अपन घोरुवक मन बैठके चलल् उहाँ जाके बुह्रिया से पुछल टोर घर के पहुनि आइल बा ? उ कहल कोइ नाइ मोर नट्नि पटोहिया किल बा । राजा कहल मै टोर नट्नि पटोहिया हे हेर्ना चहटुँ ओ ओकर डेहल पानी पिना चहटुँ । टब उ बुह्रिया भिट्रर जाके चिन्हक डरे कोइला पिसके अपन नट्नि पटोहिया हे बरे करिया कराके पठैलस । रानी पानी लेके आइल टे राजा पानी पिना वाहाना मे रानिक गोरम खोलखोल से बरा डेहल । रानिक करिया आँग ढोगैलिन ओ उहे रुपमे आगैलिन जोन पोकरि खोल के पहिला बार रजुवा डेख्ले रहे ।
रजुवा कहल टोर नट्नि पटोहिया हे मै लैजिम । रानी राजक डरबार जैना से पहिले कसम खवाइलिन कानि चमनिया हे डेश निकाला कर्बो ओ बिच चौराहा मे कपार किल निकारके भाँटके नेगट घुमट मनैन लाट मारैबो टब किल मै जैम नैटे नै जिम । रजुवा मन्जुर हुइल ओ रानिहे लेके अइलस । आके रजुवा कानि चमनिया के सजाइ ओस्टक डेहल जोन कसम खैले रहे ओ डुनु राजा रानी मजासे राज चलाई लग्लै। ओराइल ।
संगम चौधरी....✍️
0 टिप्पणियाँ